औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार में ओमिक्रोन के खतरे और कोरोना की संभावित तीसरी लहर के बीच कोविड-19 के मामलों में अचानक हुई अप्रत्याशित वृद्धि को लेकर राज्य में दो दिनो में सख्त लॉकडाउन लागू हो सकता है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसके गहरे संकेत दिए है। मुख्यमंत्री ने मंगलवार को औरंगाबाद के पुलिस लाइन में समाज सुधार अभियान सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जहां पहले पूरे राज्य में हो रहे कोविड-19 जांच में पॉजीटिव के मामले शून्य आ रहे थे लेकिन ओमिक्रोन की धमक के बाद जांच की संख्या बढ़ा दी गई है। अब प्रतिदिन 1.5 से 2 लाख जांच हो रही है।
जांच में कोरोना पॉजीटिव आने की संख्या अचानक से बढ़ गई है। दो दिन पहले सबसे ज्यादा पटना में कोरोना पॉजीटिव के मामले आएं और इसके बाद गया में पॉजीटिव के सर्वाधिक मामले आए। सोमवार को जनता दरबार में आएं 188 लोगो की जांच हुई। इसमे पांच कोरोना पॉजीटिव निकले।
सुरक्षा कर्मियों की जांच हुई तो उनमें 10 पॉजीटिव निकले। जनता दरबार में आने वालो के लिए भोजन बनाने वाले रसोइयों में पांच पॉजीटिव निकले। आज भी कई पॉजीटिव निकले होंगे। ऐसे में समझा जा सकता है कि यदि इस मामले में सही पहल नही हुई तो स्थिति गंभीर हो सकती है।
यही वजह है कि हमने ओमिक्रोन की जांच का भी इंतजाम कर दिया है और औरंगाबाद से वापस लौटते ही हमने आज ही शाम 7 बजे एक आवश्यक बैठक बुलाई है। बैठक में सारे जगहों की रिपोर्ट ली जाएंगी। स्थिति की गंभीरता पर विचार होगा। कोरोना जानलेवा न हो जाएं, इसके लिए प्रभावी कदम उठाने पर विचार करेंगे। क्या करना है और क्या नही करना है, पर अंतिम निर्णय लेंगे तथा कल निर्णयों और कोरोना के संभावित तीसरी लहर से निपटने के तौर तरीको की घोषणा कर दी जाएंगी। उनकी राज्य के निवासियों से अपील है कि कोरोना के प्रति सचेत रहे।
सावधानी बरते। कोविड प्रोटोकॉल का पालन करे। मास्क-सैनिटाइजर का प्रयोग करे। सोशल-फिजिकल डिस्टेंस बनाएं रखे और भीड़ भाड़ से बचे। राज्य सरकार राज्यवासियों को कोरोना से बचाने के लिए हर वह इंतजाम कर रही है, जिसकी जरूरत है लेकिन लोगो के लिए सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।