औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद शहर में सड़क जाम की समस्या आम बन गयी है। यह समस्या नासूर बनती जा रही है।
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समस्या इतनी गंभीर है कि नागरिक बाजार जाने से कतराने लगे हैं। पूरे दिन शहरवासी जाम से जूझते रहते हैं। सड़क पर दुकान लगने एवं किनारे दोपहिया एवं चारपहिया वाहनों के खड़े होने से समस्या गंभीर होती जा रही है। फुटपाथी दुकानदारों के कारण हर दिन जाम की समस्या विकराल होती जा रही है। अधिकारियों के चेतावनी के बावजूद दुकानदार सड़क किनारे दुकान लगा रहे हैं। प्रशासनिक उदासीनता के कारण सड़क किनारे अतिक्रमणकारियों का बोलबाला है। उन्हें प्रशासन की भय नहीं है। बाजार में भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक है बावजूद वाहनें आती-जाती है। सबसे गंभीर बात यह है कि मार्केट में जो दुकानें बनी है उनके पास वाहनों के खड़े होने की जगह नहीं है। सड़क पर वाहन खड़ा कर नागरिक दुकान में घंटों खरीदारी करते रहते हैं। जामा मस्जिद से धर्मशाला चैक तक भी पूरे दिन जाम लगा रहता है। नावाडीह एवं सराय रोड में जाम की समस्या इतनी गंभीर है कि लोग इस रास्ते से गुजरने में डरते हैं।
शहर में जाम की समस्या गंभीर है। इसके प्रति न तो नगर परिषद और न हीं जिला प्रशासन गंभीर है। स्थिति यह है कि सुबह होते हीं सड़क पर दुकानें सज जाती है। सड़क पर दुकान लगने से जाम की समस्या गंभीर होती जा रही है। पूरे दिन जाम से जूझना नागरिकों की नियति बन गई है। सड़क से अतिक्रमण हटाना जरूरी है। जब तक फुटपाथी दुकानदारों की दुकानें नहीं हटाई जाएगी, जाम की समस्या से छुटकारा नहीं मिलेगा। शहर में सुबह 9 बजे से जाम शुरू होता है जो शाम 6 बजे तक रहता है। जाम में फंसे वाहनों के चाल एवं नागरिक कराहते रहते हैं। जाम के प्रति अधिकारी गंभीर नहीं हैं। अगर थोड़ा भी गंभीर होते बाजार में जाम की समस्या नहीं होती। कारगिल चैक से जामा मस्जिद तक पूरे दिन जाम लगा रहता है। जाम के कारण नागरिक बाजार नहीं निकलते हैं। समस्या पर नगर परिषद को भी ध्यान देना चाहिए।