पटना(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई को लेकर बिहार विधानसभा में आज जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सदस्यों ने पूर्व सांसद के जेल में 14 वर्षों की सजा काटने के बावजूद रिहा नहीं करने का मुद्दा उठाया। विपक्षी सदस्यों ने सुप्रीम कोर्ट, पटना हाई कोर्ट समेत कई जजमेंट का उदाहरण देते हुए पूर्व सांसद आनंद मोहन को रिहा करने की मांग की।
इसके जवाब में सदन में प्रभारी गृह मंत्री विजेंद्र यादव ने परिहार बोर्ड की बैठक के बारे में विस्तार से नियम बताया कि सरकार किन बंदियों को छोड़ा जा सकता है। उन्होंने आनंद मोहन के रिहाई पर कहा कि वह लोकसेवक की हत्या के दोषी हैं ऐसे में उन्हें सरकार रिहा नहीं कर सकती है। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि परिहार बोर्ड की बैठक में आनंद मोहन का फाइल नहीं किया गया। इसके बाद राजद व वामदल के विधायकों ने सदन में जमकर हंगामा किया। नारेबाजी करते हुए विपक्षी विधायक वेल में आ गए जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही दोपहर 2:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
बता दें कि पूर्व सांसद आनंद मोहन डीएम कृष्ण रमैया हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे हैं। वह इस वक्त सहरसा केंद्रीय कारा में बंद है वे पिछले 14 वर्ष 6 माह से करावास में है। आज विधानसभा में राजद के विधायक व उनके पुत्र चेतन आनंद ने आनंद मोहन समेत दूसरे कैदियों की जिन की सजा 14 वर्ष पूरी हो चुकी है उसे रिहा करने की मांग की थी।
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