कुटुम्बा, ओबरा, गोह व रफीगंज में एक नम्बर तो क्लियरे है, दो नम्बर खातिर लड़ाई है

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के प्रथम चरण में कुटुम्बा, ओबरा, गोह और रफीगंज विधानसभा क्षेत्र में मतदान संपन्न होने के बाद चैक-चैराहे पर लोग यह भी आकलन करने में जुटे है कि दूसरे नम्बर पर कौन रहेगा? कई लोग स्पष्ट रूप से यह कहते नजर आये कि एक नम्बर तो क्लियर है। दूसरे नम्बर पर कौन रहेगा, इसकी खातिर भी लड़ाई है। गौरतलब है कि इन तीनों विधानसभा क्षेत्रों में एनडीए और महागठबंधन से टिकट कटने के बाद से कुछ नेता दमखम के साथ निर्दलीय या किसी दल से मैदान में उतर गये जो चुनाव के दिन अपने ही दल या गठबंधन के प्रत्याशी से फाइट कर उनसे आगे निकलने को बेताब दिखे। कुछ एक की हवा भी उनके पक्ष में चली पर अंत आने तक किसी न किसी तरीके और कारण से उनकी हवाईयां भी उड़ गई। ऐसे में चैक-चैराहे वाले पोलिटकल चैकड़ीबाजों के बीच यह चर्चा काफी तेज हो गई कि आखिर दूसरे नंबर पर कौन उम्मीदवार रहेगा। इनके अपने-अपने तर्क हैं कि यदि पार्टी टिकट या गठबंधन से सीट नही मिलने के बाद निर्दलीय या दूसरे दल का दामन थाम कर चुनाव लड़ने के बाद दो नम्बर पर भी नहीं रहेंगे तो अगली बार टिकट भी नहीं मिलेगा। इनका राजनीतिक अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। वहीं निर्दलीय से लेकर रेस में निकल कर दो नम्बर रहने वाला अगले चुनाव में टिकट लेने में सक्षम हो जायेगा।
पता तो चल ही गया कि कौन कितना पानी में है-चुनावी गणित का लेखा-जोखा रखने वाले इस बात को लेकर भी चर्चा कर रहे है कि सभी प्रत्याशी विधायक बनना चाहते है लेकिन मतदान के बाद उनको यह अहसास हो गया है कि कौन कितना पानी में है। बस वाटों की गिनती होने भर की देरी है। इसके बावजूद समर्थकों द्वारा अपने-अपने प्रत्याशियों की बड़ी जीत की बात भी कही जा रही है।