औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के प्रथम चरण में औरंगाबाद जिले की 6 सीटों पर मतदान कर मतदाताओं ने प्रत्याशियों की चुनावी किस्मत तय कर दी है। मतलब जनता की अदालत के जज वोटरों का फैसला इवीएम में सुरक्षित है। अब सुरक्षित फैसला सुनने के लिए 10 नवंबर तक सभी प्रत्याशियों को इंतजार करना है। वोटों का रुझान क्या रहा, उन्होंने किसे चुना, इसका अध्ययन और आकलन करने में तमाम प्रत्याशी लगे हैं। चैक-चैराहों और नुक्कड़ इसी बात की चर्चा हो रही है कि जनता ने किसे अपना सर्वाधिक मत दिया। सबके अपने दावे हैं और लगभग सभी प्रमुख प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं। किस प्रत्याशी के वोट बैंक में किसने कितना सेंध लगाया हैं, यह परिणाम के बाद पता चलेगा। हालांकि सभी प्रमुख प्रत्याशी जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन धरातल पर स्थिति बहुत कुछ स्पष्ट नहीं है। तमाम अध्ययन और आकलन के बावजूद प्रत्याशियों के अलावा निष्पक्ष लोग भी यह दावा नहीं कर पा रहे है कि जीत किसकी होगी। सब जगह देहाती कहावत सब हौच-पौच है भाई जैसी स्थिति प्रायः बनी हुई है, जिसकी वास्तविकता की परख इवीएम खुलने पर चुनाव परिणाम से होगी। इसके लिए आपस में चुनावी बहस कर लड़ने की नही बल्कि 10 नवम्बर तक इंतजार करने की जरूरत है।