मदनपुर(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के मदनपुुुर सेवा केंद्र में गुरुवार को रक्षा पर्व मनाया गया।
संस्था में नियमित रूप से आने वाले सभी भाई बहनों को ब्रह्मकुमारी प्रियंका बहन ने राखी बांधी और रक्षाबंधन का आध्यात्मिक रहस्य बताया। कहा कि रक्षाबंधन पवित्रता का बंधन है। इस मौके पर विश्व हिंदू परिषद के सदस्य सह समाजसेवी जितेंद्र सिंह ने कहा कि रक्षाबंधन के दिन का सभी भाइयों को इंतजार रहता है। बहने पूरे सावन भर गांवो में ब्रम्हकुमार तथा कुमारियों को राखी बांधते हैं। इसी क्रम में रक्षाबंधन के पूर्व मदनपुर केंद्र में राखी बांधी गई। उन्होंने राखी का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि रक्षा बंधन का अर्थ है आत्मा की सर्वांगीण रक्षा तन, मन, धन, जन चरित्र धर्म मान पद आदि के लिए परम पिता परमात्मा शिव की ओर से बांधा गया बंधन यह मर्यादा का बंधन है, सद्गुणों का बंधन है ,शुद्ध दृष्टि वृत्ति कृति का बंधन है।
इसलिए मस्तक पर तिलक लगाया जाता है। जो संदेश देता है कि मिट्टी की देह को ना देख मस्तक पर जगमगाती आत्मा मणि को देखो और हर एक आत्मा भाई से आत्मिक स्नेह रखो, मुख मीठा कराने की पीछे भाव है कि हर एक आत्मा भाई के प्रति सुकून देने वाले मीठे वचन बोलो, अंदर की बुराइयों को पिता परमात्मा को अर्पित कर देना ही इस त्यौहार का सच्चा उपहार है। संस्था के सदस्य करुणेश पांडेय ने कहा कि जब हम राजयोग मेडिटेशन करते हैं, तब हम अपने सामने एक चित्रण करते हैं। आप सोचें कि मैं सर्वशक्तिमान की संतान हूं, मेरे अंदर उनकी सारी शक्तियां हैं, मैं कोरोना वायरस से भी लड़ सकता हूं, केवल ईश्वर पर भरोसा रखें। इस दौरान अर्जुन चैधरी, सूबेदार प्रसाद, शैलेश सिंह, अशोक पांडे, विनय सिंह किंकर, रामनंदन जी, गोविंद जी, दुर्गा जी, कृष्णा जी आदि दर्जनों भाई एवं बहन मौजूद थे।