औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। औरंगाबाद सदर अस्पताल में शुक्रवार से आरटीपीसीआर लैब एवं नये प्रसव वार्ड का शुभारंभ हो गया है। जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल एवं सिविल सर्जन डॉ. कुमार वीरेंद्र प्रसाद ने संयुक्त रूप से फीता काटकर दोनों इकाइयों का उद्घाटन किया। इस मौके पर जिलाधिकारी ने कहा कि आरटीपीसीआर लैब एवं प्रसव वार्ड का क्रियान्वयन बहुप्रतीक्षित था। आखिरकार वह दिन आ गया जब जिले में ही कोरोना की आरटीपीसीआर जांच होगी। अब सैंपल जिले से बाहर नहीं भेजे जाएंगे। इस लैब में प्रतिदिन लगभग एक हज़ार टेस्ट करने की क्षमता है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच हेतु आरटीपीसीआर जांच की जाती है। इस जांच की व्यवस्था जिले में नहीं होने के कारण पहले पटना एवं गया के लैब में सैंपल भेजा जाता था। इससे रिपोर्ट आने में हफ़्तों लग जाते थे। अब जिले में ही जांच की व्यवस्था होने से काफी सहूलियत होगी। आरटीपीसीआर लैब का अधिष्ठापन सदर अस्पताल के रेडक्रॉस परिसर में किया गया है। लैब के संचालन हेतु छः लैब टेक्नीशियन, चार स्टाफ नर्स, दो लिपिक एवं दो डाटा ऑपरेटर सहित कुल 16 कर्मचारी प्रतिनियुक्त किए गए हैं। जिले के संचारी रोग पदाधिकारी डॉ रवि रंजन इसके नोडल पदाधिकारी होंगे। साथ ही सदर अस्पताल के प्रसव वार्ड का विस्तारीकरण भी कराया गया है। नए प्रसव वार्ड एवं प्रसव कक्ष में कार्य शुरू हो गया है।
नये प्रसव कक्ष में तीन प्रसव बेड एवं वार्ड में 20 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था की गई है।सिविल सर्जन ने बताया कि दोनों इकाइयों के क्रियान्वयन हेतु लगातार प्रयास किए जा रहे थे। जिले में पदस्थापना के बाद यह मेरी पहली उपलब्धि है। उन्होंने जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि हमारे पास युवा अधिकारियों की टीम है। हम अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करेंगे।
इस मौके पर अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किशोर कुमार, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ कुमार मनोज, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. विकास कुमार, डॉ. लालसा सिन्हा, जिला लेखा प्रबंधक अश्विनी कुमार, डीपीसी नागेंद्र कुमार केसरी, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट उपेंद्र कुमार चौबे, केयर इंडिया के टीम लीडर रितेश कुमार, अलका भारती, यूनिसेफ के एसएमसी कामरान खान, अस्पताल प्रबंधक हेमंत राजन सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।