लौकहा रेलवे स्टेशन पर स्थानीय लोगों ने किया जमकर प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ नारेबाजी

  • जल्द से जल्द काम शुरू करने की मांग
  • बंद परे खुटौना और लौकहा रेलवे स्टेशन को लेकर स्थानीय लोगो में आक्रोश

मधुबनी(गोपाल कुमार)। मधुबनी जिले के खुटौना और लौकहा रेलवे स्टेशन लगभग 5 सालो से वीरान पड़ा हुआ है। लौकहा – झंझारपुर रेल लाइन का काम 5 वर्ष से अधिक हो गया है। अब तक एक भी कार्य में कोई प्रगति नहीं हुई है। इस क्षेत्र के स्थानीय ग्रामीणों को सिर्फ आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिल सका है। वर्तमान सरकार की अनदेखी के कारण खुटौना–लौकहा के लिए लाइफलाइन कहा जाने वाला रेलवे स्टेशन वीरान पड़ा हुआ है। स्थानीय लोग नाराज होकर जमकर प्रदर्शन के लिए तैयार है।

युवा समाज सेवी भूषण कुमार साह के नेतृत्व में आक्रोशित स्थानीय लोगो ने लौकहा रेलवे स्टेशन पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि खुटौना – लौकहा रेलखंड जल्द से जल्द सेवा शुरू नही किया गया तो आंदोलन करेंगे। तकरीबन 5 वर्ष बीत जाने के बाद खुटौना – लौकहा तक रेल लाइन का काम जस की तस दिखाई पड़ रही है। सीमा से सटे लौकहा रेलखंड लाइफलाइन कहे जाने वाले रेलवे स्टेशन 5 वर्षो के बाद भी रेल सेवा बंद होने स्थानीय लोगो को यात्रा करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

लौकहा पैक्स अध्यक्ष बिनोद सिंह, संजीव साह, हनुमान गुप्ता, गोपाल अग्रवाल, मिंटू शहजादा, पिंटू कुमार, गौतम प्रताप सिंह, शिवम कुमार आदि ने बताया कि बढ़ती इस महंगाई में लोगों को यात्रा करने के लिय बस का सहारा लेना पड़ता है। ट्रैन सेवा बंद होने से गरीब परिवार के लोगो को कही आने-जाने में अधिक किराया तय करना भी पड़ता है। लोगों कि माने तो रेलगाड़ी चलने से दरभंगा, झंझारपुर सहित लंबी दूरी के लिए इतना कठिनाई नहीं महसूस होती। वहीं व्यापार दृष्टिकोण से भी लोगों को राहत मिलती थी।