जोगिया में समारोहपूर्वक मनी शहीद जगदेव प्रसाद की 99वीं जयंती

बारुण(औरंगाबाद)(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। बारुण प्रखंड के जोगिया में शहीद जगदेव प्रसाद की 99वीं जयंती समारोहपूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम में मुख्य रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री सह रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व मंत्री नागमणि कुशवाहा एवं भगवान सिंह कुशवाहा शामिल हुए। कार्यक्रम की शुरुआत आगंतुक अतिथियों केे जगदेव प्रसाद की प्रतिमा पर माल्याार्पण से की गयी। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता वीरेंद्र कुमार ने किया।

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कार्यक्रम में जगदेव चेतना मंच के अध्यक्ष भागवत मेहता, सचिव दुर्गेश कुमार, कोषाध्यक्ष रामकेवल मेहता एवं मीडिया प्रभारी संजीत कुमार मेहता द्वारा आगंतुक अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण एवं अंगवस्त्र से किया गया। कार्यक्रम के उद्घाटन भाषण में भगवान सिंह कुशवाहा ने कहा कि जगदेव प्रसाद जी ने न्याय प्रणाली में जो असमानता है, उसमें समानता के लिए आवाज उठाया था जो आज भी व्यवस्था में बना हुआ है। इसके तरफ इशारा करते हुए उन्होंने सभी वर्गों का न्याय व्यवस्था में न्याय करने वाले पदों पर सहभागिता हो। वहीं भारत सरकार के पूर्व मंत्री और जगदेव प्रसाद के पुत्र नागमणि कुशवाहा ने कहा कि जगदेव प्रसाद किसी जाति के पहचान नही थे। वे एक विचार एवं सिद्धान्त के पहचान थे। उन्होने देश मे शोषित, पीड़ित लोगो के उत्थान के लिए संघर्ष किया और डटकर चुनौतियों का सामना किया। उन्होंने ही मार्ग प्रशस्त किया जो आज देश के सर्वोच्च पर राष्ट्रपति के रूप में दलित विराजमान हैं। प्रधानसेवक के रूप में अतिपिछड़ा मौजूद हैं। सभी सदनों में आज ऐसे दलित और गरीब मौजूद है।

वहीं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता भारत सरकार के पूर्व मंत्री सह रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि आज जगदेव प्रसाद के माननेवालो की संख्या बढ़ी है। इससे साबित होता है कि देश मे गरीबो, शोषितो, दलितों का उत्थान हुआ है। जिस नब्बे प्रतिशत की वे लड़ाई लड़ते थे, आज उस नब्बे प्रतिशत के लोग सत्ता में पहुच रहे है। उन्होंने आह्वान किया कि जगदेव प्रसाद की जयंती और शहादत मनाना केवल औपचारिकता न समझे, इसे धरातल पर स्पष्टता से उतारने की जरूरत है। केवल आयोजन करने से परिवर्तन नही होगा। परिवर्तन के लिए जगदेव प्रसाद के तरह अनवरत संघर्ष और आंदोलन करने की जरूरत है। आंदोलन से मार्ग प्रशस्त होते हैं लेकिन आंदोलन नैतिक होना चाहिए। जगदेव प्रसाद ने कभी अनैतिक आंदोलन नही किया। उनका आंदोलन नीति और सिद्धांतो के साथ जुड़ा होता था। आज देश मे कई आंदोलन चल रहे हैं, लेकिन कौन नीतिगत है और कौन सिद्धांत विहीन है, यह आप सब देख रहे है और समझ सकते हैं। आज समाज मे परिवर्तन के लिए युवाओं को आगे आने की जरूरत है। युवा ही परिवर्तन के सूत्रधार होते हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता, शासन और परिवर्तन लाठी डंडेे से नही हो सकता। यह परिवर्तन जन समूह और जन भागीदारी से होता है। सबको एक विचार पर आने के लिए आग्रह करते हुए निवेदन किया। इस मौके पर पूर्व विधायक राजाराम सिंह, सुरेश मेहता, हम के विधानसभा प्रत्याशी श्रवण भुईया, बसपा नेता हुसैनाबाद के लव मेहता, नबीनगर के रालोसपा के विधानसभा प्रत्याशी धर्मेंद्र कुमार चंद्रवंशी, बैजनाथ मेहता, उषा शरण, जिला पार्षद सुरेंद्र पासवान, पैक्स अध्यक्ष जितेंद्र सिंह, अमरेंद्र मेहता, विनोद मेहता, ब्रजेश मेहता, मुखिया प्रतिनिधि सह रालोसपा के जिला सचिव संतोष मेहता, अशोक मेहता समेत अन्य नेता उपस्थित रहे।