औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। पूर्व मध्य रेल के पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल अंतर्गत डिहरी-गया रेलखंड पर औरंगाबाद के रफीगंज रेलवे स्टेशन के पास धावा नदी पुल पर रेल कर्मचारियों एवं स्थानीय समाजसेवियो ने बीती रात राजधानी दुर्घटना में मारे गए लोगों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा। कैंडल जला कर श्रद्धांजलि दी। साथ ही इस घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए रेल कर्मचारियों ने रेल पटरी की पूजा कर नारियल फोड़ कर की।
हादसे के बाद से हर साल हाेती है रेल पटरी की पूजा–
पीडब्ल्यूआई इंचार्ज आरडी चौधरी एवं आरबी सिंह ने बताया कि 9 सितंबर 2002 को अप न्यू दिल्ली हावड़ा कोलकात्ता राजधानी एक्सप्रेस इसी जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी जिससे सैकड़ों लोगों की जान चली गई थी। इस घटना की पूनरावृत्ति नहीं हो तथा मृतकों की आत्मा की शांति हेतु रेल पटरी की पूजा एवं श्रद्धांजलि सभा हादसे के बाद से हर साल की जाती है। इस बार भी यह पूजा की गयी।
प्रत्यक्षदर्शी रहे लोगों ने कहा-हादसे के बाद था मातम ही मातम–
इस मौके पर भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष कुमार साव, सपा जिलाध्यक्ष डॉ. तुलसी यादव, समाजसेवी डीके यादव ने कहा कि यह बेहद ही खौफनाक मंजर था। हम लोगों ने यह घटना अपनी आंखों से देखी थी। चारों तरफ मातम ही मातम छाया हुआ था। भगवान से प्रार्थना है कि ऐसी दुर्घटना फिर कभी नहीं हो।
पूजा के दौरान ये रहे मौजूद–
इस मौके पर रेलवे कर्मचारी एके सिंह, आरबी सिंह, ए कुमार, एस यादव, दीपेन्द्र कुमार, निरज कुमार, अनिल कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, रामराज मांझी, संजू कुमार, बालमुकुंद, भुवनेश्वर, प्रेमचन्द, पिंटू, मनोज, अभिमन्यू, रात्रि प्रहरी रवि कुमार, चंदन कुमार, स्थानीय, सिद्धी यादव,पूर्व नगर पंचायत उपाध्यक्ष हरेंद्र कुमार, डीके सूरज, भाजपा के महामंत्री बालगोविंद साव, सुनील दीप, मनोज मधुकर, उमेश प्रसाद, पूर्व मुखिया प्रदीप चौहान, मंदीप, अजय कुमार, रंजीत कुमार, इरफान आलम, सूरज, मनीष, हिमांशु, शंभू यादव एवं गोविंद कुमार आदि मौजूद रहे।
हादसे में गई थी 130 लोगों की जान–
दरअसल, करीब 21 साल पहले बिहार के औरंगाबाद जिले में रफीगंज में राजधानी एक्सप्रेस हादसे का शिकार हुई थी। धावा नदी पर बने पुल से कई बोगियां नीचे गिर गई थीं। इस हादसे में 130 लोगों की मौत हुई थी।
सबसे खौफनाक रेल हादसों में एक है यह हादसा–
लगभग 21 साल पहले वर्ष 9 सितंबर को हुई दुर्घटना राजधानी पटना से लगभग 150 किमी दूर रफीगंज में धावी नदी पर हुई। एक पुल के ऊपर से बेपटरी हुई राजधानी एक्सप्रेस भारत की सबसे खौफनाक रेलवे आपदाओं में एक है।