औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज18 ब्यूरो)। अति नक्सल प्रभावित औरंगाबाद जिले में माओवादियों के खिलाफ चलाये जा रहे स्पेशल ऑपरेशन में शुक्रवार को बहुत बड़ी सफलता मिली है।
अभियान में पुलिस ने अति विस्फोटक पदार्थ 15 किलो आरडीएक्स, एक हजार डेटोनेटर समेत भारी मात्रा में असलहे, गोलियां व विस्फोटक सामग्री बरामद की है। पुलिस कप्तान कांतेश कुमार मिश्रा ने प्रेसवार्ता में बताया कि नक्सल विरोधी अभियान के दौरान खुफिया इनपुट मिला कि अति नक्सल प्रभावित मदनपुर थाना क्षेत्र के बंदी, करीबा, डोभा, सहिया पहाड़, मोरवा, विदाईनगर एवं आसपास के क्षेत्रों में नक्सलियों द्वारा सुरक्षाबलों पर हमला करने की तैयारी की तैयारी की जा रही है।
इस सूचना पर पुलिस अधीक्षक एवं 205 कोबरा वाहिनी के समादेष्टा कैलाश के संयुक्त निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक(अभियान) मुकेश कुमार, सीआरपीएफ की 205 कोबरा वाहिनी के सहायक समादेष्टा अमित कुमार सिंह, विनीत कुमार एवं 47वीं वाहिनी के सहायक समादेष्टा प्रदीप कुमार के संयुक्त नेतृत्व में कोबरा, सीआरपीएफ तथा स्थानीय पुलिस प्रशासन की संयुक्त टीम ने इन इलाकों में नक्सलियों के विरुद्ध संयुक्त सर्च अभियान शुरू किया।
अभियान के दौरान तीन केवी का एक जेनरेटर, एक इलेक्ट्रा जेनरेटर, 15 किलो आरडीएक्स, 20 किलो यूरिया, 5 किलो सल्फर, पांच किलो का एक गैस सिलेंडर, दो हेक्सा ब्लेड, एक हैमर, 9.2 का एक हजार इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, एक ड्रील मशीन, 25 किलो का एक स्टील कंटेनर, 200 पीस वेल्डिंग रॉड, पांच सौ एमएल का चार बोतल स्प्रीट, 50, 200, 100, 50, 10 ग्राम वजन के बाट आदि कुल 31 सामानों को बरामद कर मौके पर ही विनष्ट कर दिया गया। इसके अलावा मैगजीन के साथ एक 7.62 का एसएलआर रायफल, एक मैगजीन के साथ 303 बोल्ट का एक्शन रायफल, 7.62 एमएम का 18 लाइव राउंड, 303 एमएम का 14 लाइव राउंड, एक हजार कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक डेटोनेटर एवं एक प्रेशर आईइडी मैकेनिज्म बरामद किया गया है।
उन्होने बताया कि जब्त सामानों की विधिवत जब्ती सूची तैयार कर मदनपुर थाना लाया गया। इस मामले में मदनपुर थाना में भादवि की धारा 147, 148, 149, 307, 353, 120बी, 3, 4, 5 विस्फोटक पदार्थ अधिनियम, 25 (1-बी), 26, 35 शस्त्र अधिनियम एवं 13, 16, 18, 20 यूएपीए एक्ट के तहत कांड संख्या-511/22 दर्ज किया गया है। मामलें में कुल 11 नामचीन नक्सलियों को नामजद आरोपी बनाया गया है।
एसपी ने कहा कि छापेमारी अभियान से नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है और नक्सली गतिविधियों पर अंकुश लगाये जाने हेतु लगातार छापेमारी अभियान जारी है।