राष्ट्रीय लोक अदालत में हुआ 1324 मामलो का निष्पादन

औरंगाबाद(लाइव इंडिया न्यूज 18 ब्यूरो)। औरंगाबाद एवं दाउदनगर में शनिवार को लगे राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1324 मामलो का निष्पादन किया गया। इसके पूर्व औरंगाबाद में जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष मनोज कुमार तिवारी, प्रधान न्यायाधीश राम लाल शर्मा, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश सुनिल दत्त पांडेय, संजय कुमार झा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सभागार में संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्रीय लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया।

उद्घाटन समारोह में न्यायिक पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, तथा अन्य विभाग के पदाधिकारीगण उपस्थित रहें। उद्घाटन समारोह का संचालन न्यायिक दंडाधिकारी  सुदीप पांडेय ने किया गया। उद्घाटन समारोह में स्वागत संबोधन जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव प्रणव शंकर ने किया और आगंतुकों का स्वागत किया। सचिव ने स्वागत संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत का फायदा अधिक से अधिक लोग लें। वही अध्यक्षीय संबोधन में  जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने वादकारियों से कहा कि आप यहां आये हैं। इसलिए आपसे संबंधित वादों को हरसंभव समझौता के आधार पर निस्तारण करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने संबंधित बेंच को यह निर्देश दिया कि कोई भी व्यक्ति जो न्याय की उम्मीद से यहां आयें हैं, उन्हें निराशा हाथ नहीं लगनी चाहिए और उनके समस्याओं का समाधान हो, यही राष्ट्रीय लोक अदालत का उदेश्य भी है। कहा कि विगत बीस पच्चीस दिनों से जो लोग इससे जुड़कर लगातार मेहनत कर रहे हैं और आज उसके परिणाम का दिन है। लगातार 20-25 दिनों से की जा रही तैयारी का ही परिणाम है कि अधिक से अधिक वादों के निष्पादन की उम्मीद है। कार्यक्रम में प्रधान न्यायाधीश रामलाल शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत में आये सभी पक्षकारो को निराशा नही होनी चाहिए। बैंक, इंश्योरेंश के पदाधिकारी इस बात का ध्यान रखें कि कोरोना काल में पक्षकारो को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा है। ऋण वाद और मोटर दुर्घटना वाद के निष्पादन में मानवीय दृष्टिकोण अपना कर वादों का निष्पादन कराए। धन्यवाद ज्ञापन अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सिद्धार्थ पांडेय ने किया। उन्होंने तथा प्राधिकार के सचिव ने अपने संबोधन में राष्ट्रीय लोक अदालत के सफल होने और आम लोगो को इसके प्रति जागरूक करने के लिए मीडिया की भूमिका को सराहा और कहा कि उनके साथ का ही असर है कि आज होने जा रहे राष्ट्रीय लोक अदालत का प्रचार प्रसार हर घर तक पंहुचा और लोग स्वत: आकर भी अपने वाद का निस्तारण करवाने में रूचि ले रहे है।

इस बार के राष्ट्रीय लोक अदालत की मुख्य विशेषता यह रही कि राष्ट्रीय लोक अदालत के साथ साथ स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन विधिक सेवा सदन में किया गया, जिसमे सुगर, बीपी, कैंसर, कोरोना जांच, कोरोना टीकाकरण, दवा का वितरण आदि प्रमुख सुविधाओं का वादकारियों के साथ साथ ही सभी उपस्थित लोगो ने लाभ उठाया तथा सभी न्यायिक पदाधिकारियों के भी स्वास्थ्य की जाच  शिविर के माध्यम से की गयी।उद्घाटन समारोह के बाद राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर दुर्घटना से संबंधित 12 वादों में कुल 61 लाख रूपये का समझौता कराया गया। पारिवारिक मामलें से संबंधित एक वाद, घरेलू हिंसा एक,  आपराधिक सुलहनीय मामलें से संबंधित 143 वाद  अनुमंडल पदाधिकारी के न्यायालय से संबंधित 292 वाद तथा बैंक ऋण से संबंधित 871 मामलो का निस्तारण करते हुए कुल 5 करोड़ 10 लाख  रूपये पक्षकारो को राहत देते हुए समझौता कराया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत को सफल बनाने में प्राधिकार के पैनल अधिवक्ता अभिनंदन कुमार, प्राधिकार के कर्मी सुनील कुमार सिंह, परशुराम कुमार सिंह, संजय कुमार, टेक्निकल स्टाफ सुनील कुमार सिन्हा, अर्पणा सहाय, नवरतन कुमार, गीता कुमारी एवं कुंदन कुमार की भूमिका सराहनीय रही। वही प्राधिकार और जिला स्वास्थ समिति के संयुक्त तत्वाधान में सिविल सर्जन डॉ. वीरेन्द्र प्रसाद के नेतृत्व में डीपीएम कुमार मनोज, डॉ. श्याम कुमार, डॉ. सर्मद आलम, डीपीसी नागेन्द्र कुमार, मंटू कुमार, राजकमल, प्रियंका, नेहा कुमारी द्वारा लोक अदालत में आये लोगो को स्वास्थ्य जाँच के साथ दवाई उपलब्ध कराई गई और टीका लगाया गया।